लैलुंगा, (21-11-2024): लैलूंगा के मातृ शिशु हॉस्पिटल लैलुंगा खामियो को हमने पेपर के माध्यम से फोटो वीडियो के माध्यम से काई बार समाचार में प्रकाशित भी किया यहां कि गंदी का हमने वीडियो भी बनाया जिसकी शिक़ायत भी कि गई परन्तु अधिकारी कर्मचारी और नेता अस्पताल को उत्थान के लिए कुछ नहीं कर पायें, लैलुंगा अस्पताल हमेशा ही विवाद में रहता है
चाहे वह ड्रेसिंग के नाम से हो यह दवाइयाँ के वितरण में हो या ऑपरेशन के नाम से पैसा वसूल करना हो मरिजो को परेशान करना है जन प्रमाण पत्र के नाम पर पैसा वसूल करना है यहां बिना पैसे के कुछ काम नहीं होता मैं लेलूंगा एक ऐसा हॉस्पिटल हैं अभी जन्म प्रमाण पत्र के नाम से तो इतनी वसूली हो रही है कम 600 कभी 1000 तक , आपको बता दें कि मातृ शिशु अस्पताल में मुख्य गेट पर बड़ा सा गड्ढा हो गया है यहां के अधिकारी कर्मचारी एवीएन प्रभारी बीएमओ की नजर इस पर नहीं पढ़ती, यहां से रोज महिलाएं शादी का ना जाना नर्सों का आना जाना अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है रोज, सब कुछ देख रहे हैं परंतु अनदेखा कर रहे हैं अधिकारी कर्मचारी किसी बडी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं है किसी को कोई लेना-देना नहीं है चाहे जनता भाड़ में जाए, कोई नेता हो या फिर अधिकारी कोई ध्यान नहीं देता सबको अपनी पड़ी हुई है,यहां के प्रभारी बीएमओ को केवल पैसे कमाने से फुर्सत नहीं है उनकी सहायता मुख्य चिकित्साधिकारी रायगढ़ कर रहे हैदिनेश पंडित कहते हैं_ *भाड़ में जाए दुनिया हम बचा हरमोनिया*
लोकमत 24 इस मामले पर लगातार नजर रखेगा और आपको आगे की जानकारी देता रहेगा।
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