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journalist mukesh chandrakar murder case : बस्तर आईजी सुंदरराज ने बताया कि घटना के बाद रितेश चंद्राकर ने अपने बड़े भाई दिनेश चंद्राकर और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को मामले की जानकारी दी। इसके बाद तीनों आरोपियों ने मुकेश चंद्राकर का मोबाइल फोन फेंक दिया और फिर रितेश चंद्राकर सुरेश चंद्राकर की गाड़ी से रायपुर होते हुए दिल्ली भाग गए।
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journalist mukesh chandrakar murder case : 2 जनवरी को दिनेश चंद्राकर ने घटनास्थल पर जाकर सुरेश चंद्राकर के बाड़े में स्थित सैप्टिक टैंक की सिमेंट फ्लोरिंग को फिर से नया कर दिया, ताकि हत्याकांड के सबूत न मिल सकें। बीजापुर पुलिस की इस गिरफ्तारी के बाद अब मामले में तेजी से जांच चल रही है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है, और इस हत्याकांड के पूरे परत को उजागर करने के लिए छानबीन जारी है।


लोकमत 24 इस मामले पर लगातार नजर रखेगा और आपको आगे की जानकारी देता रहेगा।
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