लैलूंगा :
लैलुंगा सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में नल जल योजना के तहत बोर खनन और पानी की सप्लाई को लेकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ रहे हैं। गोपनीय सूत्रों के मुताबिक, बोरवेल के लिए जारी किए गए बजट में ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत से हेरफेर हो रही है। योजनाओं में गलत अनुमानों और फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर जनता को धोखे में रखा जा रहा है।
गांवों में बोरवेल खनन के लिए जिन ठेकेदारों को काम सौंपा गया, उन्होंने घटिया गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग कर निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया। कागजों में दिखाए गए बोरवेल और पाइपलाइन लग चुके हैं, लेकिन जमीन पर स्थिति एकदम अलग है। गांव के लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
गोपाल यादव का बयान:
“मैं गोपाल यादव, किलकिला, लैलुंगा का निवासी हूँ। हमारे गांव में नल जल योजना के तहत बोर खनन का काम चल रहा है, लेकिन योजना में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। गांव वालों के बिना सहमति से यह बोर खनन हुआ है वो भी घटिया सामग्री का इस्तमाल किया गया गांव के बोर से इससे जोड़ा गया है सरपंच और सचिव पैसा लेके इस काम को किए हैं
कई बोर असफल हो रहे हैं, और जो सफल हो रहे हैं, उनमें पानी की सही आपूर्ति नहीं हो रही। ठेकेदार और अधिकारी मिलकर गलत अनुमानों से सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं। हमने प्रशासन से इसकी शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।”
मीनू राम का बयान:
“मैं मीनू राम, किलकिला, लैलुंगा का निवासी हूँ। हमारे गांव में नल जल योजना के तहत बोरवेल खनन का काम हो रहा है, लेकिन इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। ठेकेदार और अधिकारी मिलीभगत कर सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं। बोरवेल आधे-अधूरे खोदे जा रहे हैं, और जो खोदे गए हैं उनमें पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। हमारे गांव में आज भी लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही। अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं, लेकिन धरातल पर कोई बदलाव नहीं हो रहा। इस भ्रष्टाचार को रोकने के लिए अब हमें एकजुट होकर आवाज उठानी होगी।”
PHE इंजिनर लैलूंगा : (टंडन जी)
स्टीमेट नया नही बना है पुराना स्टीमेट से काम हो रहा है , आपसी समझौते से हमलोग ग्राम पंचायत के बोर से पानी का सप्लाई कर रहे हैं, सामान अच्छे क्वालिटी का उपयोग हो रहा है इसके लिए किसी ने कोई सिकायत नही की है ।
SDO लैलूंगा:
SDO का कहना है की 80 नग बोर खनन किया जा रहा है, स्टीमेट के आधार पर पूरा काम हो रहा है जबकि इंजिनर की बातें इसकी विपरीत है SDO का यह भी कहना है की ग्राम वासियों की सहमति से अभी पंचायत से पानी का सप्लाई किया जा रहा है ।
अधिकारियों पर भी यह आरोप लगाया जा रहा है कि वे बोर खनन की आड़ में कमीशनखोरी कर रहे हैं। जल योजना के तहत जो पानी की आपूर्ति होनी चाहिए, वह नदारद है।
अब देखना होगा कि इस मुद्दे पर प्रशासन कोई कार्रवाई करता है या भ्रष्टाचार का यह खेल यूं ही चलता रहेगा। ये तोह बस सुरुआत हैं पिक्चर अभी बाकि है मेरे दोस्त LOKMAT 24 NEWS अहम खुलासे और अपडेट्स जानने के लिए हमारे पोर्टल पर बने रहें। www.lokmat24.in
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