किलकिला पशु बाजार में ठेकेदार गोपाल यादव को हटाने के पीछे सरपंच और सचिव की साजिश सामने आई है। जानकारी के अनुसार, गोपाल यादव ने पहले 3 लाख रुपये पंचायत को दिए थे, लेकिन इसके बावजूद सरपंच और सचिव ने उसे ठेके से हटा दिया। गोपाल ने हार नहीं मानी और उच्च न्यायालय से स्टे ऑर्डर लेकर वापस अपना ठेका प्राप्त किया।
हालांकि, इसके बाद भी सरपंच और सचिव ने गोपाल से दोबारा 3 लाख रुपये की मांग की है, जिससे गोपाल का जीवन कठिन हो गया है। उन्होंने इन दबावों और लगातार परेशानियों के बीच संघर्ष करते हुए अपनी जगह वापस पाई है।

लैलूंगा अस्पताल में वसूली और भ्रस्टाचार की जानकारी देनें के लिए संपर्क करें |प्रधानमंत्री आवास योजना में हो रहे भ्रष्टाचार और घूसघोरी की जानकारी देने के लिए संपर्क करें
यह घटना क्षेत्र में भ्रष्टाचार और अवैध मांगों का खुलासा करती है, जिससे स्थानीय व्यापारियों में आक्रोश बढ़ रहा है। अब लोग इस मामले की गहन जांच की मांग कर रहे हैं, ताकि सरपंच और सचिव द्वारा किए जा रहे अन्याय को रोका जा सके।