आजकल पंचायत घोटाले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं, और खम्हार पंचायत इसका ताजा उदाहरण है। यहां लेबर के कामों में बड़े पैमाने पर घोटाला सामने आया है।
खम्हार पंचायत में लेबर घोटाला: JCB से काम, फर्जी नामों पर मनरेगा का पैसा निकाला जा रहा
खम्हार पंचायत में लेबर के कामों में बड़े पैमाने पर घोटाला सामने आया है। यहां पर मजदूरों से काम कराने की बजाय JCB मशीनों का उपयोग किया गया, लेकिन फर्जी नाम जोड़कर मनरेगा के तहत पैसा निकाला जा रहा है। पंचायत सचिव अक्सर अपने कार्यालय में मौजूद नहीं रहतीं, बल्कि 30 किलोमीटर दूर रहती हैं, जिससे पंचायत के कामकाज पर असर पड़ रहा है। सरपंच की मनमानी और सचिव की अनुपस्थिति के कारण पंचायत में कोई भी विकास कार्य नहीं हो रहा है, और जनता सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने से वंचित रह रही है।

सचिव की गैरमौजूदगी से खम्हार पंचायत में ठप विकास:
खम्हार पंचायत में सचिव की निरंतर अनुपस्थिति ने विकास कार्यों को ठप कर दिया है। सचिव पंचायत में रहती ही नहीं, बल्कि 30 किलोमीटर दूर स्थित अपने घर में रहती हैं। इस वजह से पंचायत के महत्वपूर्ण कार्य पेंडिंग हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ जनता तक नहीं पहुंच पा रहा है। वहीं, सरपंच की मनमानी और लेबर भुगतान में हो रही धांधली ने ग्रामीणों को और भी परेशान कर दिया है। बिना काम किए JCB से कार्य कराने के बावजूद, लेबर का भुगतान बाकी है, जिससे पंचायत में असंतोष बढ़ता जा रहा है।

खम्हार पंचायत के ग्रामीणों ने अब पंचायत के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया है और वे चाहते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इस भ्रष्टाचार के खिलाफ ग्रामीणों का संघर्ष यह साबित करता है कि अब वे और सहन नहीं करेंगे।
ये तोह बस सुरुआत हैं पिक्चर अभी बाकि है मेरे दोस्त इन भ्रष्ट सरपंच और सचिव की कहानी का सिलसिला जारी रहेगा अधिक जानकारी और ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट पर बने रहें: www.lokmat24.in