01/12/2025. उड़ीसा से अवैध धान व गांजे की तस्करी में सहयोग करने वाले दलालों पर प्रशासन का कड़ा शिकंजा
लैलूंगा क्षेत्र में लगातार कार्रवाई, संदिग्ध नेटवर्क की पहचान तेज


लैलूंगा। उड़ीसा सीमा से लगते लैलूंगा क्षेत्र में अवैध धान एवं गांजे के परिवहन को लेकर प्रशासन ने अब पहले से अधिक सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। हाल के दिनों में गुप्त सूचना के आधार पर कई बार अवैध गतिविधियों का खुलासा हुआ, जिसके बाद प्रशासन ने उन दलालों और बिचौलियों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है, जो सीमा पार से हो रहे इस अवैध कारोबार में सहयोग कर रहे थे।सूत्रों के अनुसार, कुछ स्थानीय बिचौलिए उड़ीसा से आने वाले तस्करों को मार्ग, समय और परिवहन के साधनों का सहयोग प्रदान कर रहे थे। यही नहीं, धान की तस्करी के साथ-साथ गांजे की अवैध खेप को भी इन्हीं नेटवर्क के सहारे स्थानीय मार्गों से आगे भेजा जा रहा था।प्रशासन को मिली इन सूचनाओं के बाद तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व, पुलिस और विशेष सुरक्षा टीम ने संयुक्त अभियान चलाया। कई संदिग्ध स्थानों पर दबिश दी गई और कुछ बिचौलियों से पूछताछ भी की गई। इसी कार्रवाई के दौरान उन गुप्त मार्गों को भी चिन्हित किया गया, जिनका उपयोग तस्कर बड़े पैमाने पर कर रहे थे। इनमें से कुछ मार्गों को हाल ही में JCB की सहायता से ध्वस्त कर दिया गया है।तहसीलदार ने स्पष्ट किया कि अवैध धान परिवहन और नशीले पदार्थों की तस्करी को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी व्यक्ति को तस्करों का सहयोग करते पाया गया तो उसके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन के इस कदम की सराहना की है और कहा कि क्षेत्र में बढ़ता अवैध व्यापार न केवल कानून व्यवस्था को प्रभावित कर रहा था, बल्कि युवाओं पर भी इसका गलत असर पड़ रहा था।प्रशासन का कहना है कि आगामी दिनों में भी इसी प्रकार के अभियान निरंतर जारी रहेंगे और उड़ीसा सीमा से होने वाले किसी भी अवैध परिवहन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।





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