किलकिला पंचायत के सचिव और सरपंच की जोड़ी पर एक बार फिर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं, और इस बार गरीब मिठाई वाले का पैसा ना लौटाने की बात सामने आई है। यह मिठाई वाला, जो गांव में अपना छोटा सा होटल चलाता है और बड़ी मुश्किल से अपना गुजारा करता है, कई सालों से पंचायत द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के लिए सेव, बूंदी जैसी मिठाइयाँ सप्लाई करता आ रहा है। लेकिन उसे आज तक उसका पैसा नहीं दिया गया है।
यह मामला तब और गंभीर हो जाता है जब पहले से ही पंचायत के बोर खनन और अन्य विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोपों की गूंज हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गरीबों और छोटे व्यापारियों के साथ हो रहे इस तरह के अत्याचार ने पंचायत प्रशासन के चेहरे पर से नकाब हटा दिया है। जहां एक ओर पंचायत के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और घोटालों के आरोप हैं, वहीं दूसरी ओर अब गरीब मिठाई वाले का पैसा दबा कर रखना प्रशासन की संवेदनहीनता को दर्शाता है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह मामला पंचायत के अधिकारियों की बेईमानी की हदों को पार कर चुका है, और यदि जल्द ही इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती, तो वह अपने हक के लिए आंदोलन करेंगे।
किलकिला में बोर खनन घोटाला:
विश्वसनीय सूत्रों के लावले से किलकिला में बोर खनन को लेकर एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें पूरे जनपद और जिले के विभिन्न परियोजनाओं का पैसा हड़प लिया गया है। भ्रष्टाचार का आलम यह है कि कई स्थानों पर बिना बोर खनन किए ही पेमेंट्स निकाल ली गई हैं। यह घोटाला इतने बड़े स्तर पर फैला है
ये तो बस सुरुआत हैं पिक्चर अभी बाकि है मेरे दोस्त इन भ्रष्ट सरपंच और सचिव की कहानी का सिलसिला जारी रहेगा अधिक जानकारी और ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट पर बने रहें: www.lokmat24.in